हीरो मोटोकॉर्प ने अपनी नई क्रांतिकारी पेशकश Surge S32 को लेकर बड़ी घोषणा की है। यह अनूठा वाहन, जो दोपहिया और तिपहिया वाहनों का अद्भुत संयोजन है, अगले एक साल के भीतर उत्पादन में जाएगा।
खास बात यह है कि इसे नई L2/L5 श्रेणी के तहत पंजीकृत किया जा सकता है, जो इसे आधिकारिक तौर पर सड़क पर उतारने का रास्ता साफ करती है।
Surge S32: क्या है खास?
Surge S32 को मॉड्यूलर प्लेटफॉर्म पर डिज़ाइन किया गया है, जिसे दोपहिया से तिपहिया वाहन में बदलने के लिए खासतौर पर बनाया गया है। यह एक ऐसा सिस्टम है जिसमें एक इलेक्ट्रिक स्कूटर को रिक्शा के फ्रंट व्हील के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। जब जरूरत हो, इसे दोपहिया स्कूटर के रूप में अलग किया जा सकता है।
हीरो मोटोकॉर्प के चेयरमैन डॉ. पवन मुंजाल ने इसे एक क्रांतिकारी कदम बताया। उन्होंने कहा,
“जब आपको अपने परिवार के साथ घूमने जाना हो, तो यह तिपहिया वाहन का रूप ले सकता है। वहीं, डिलीवरी के लिए इसे दोपहिया के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। यह सही मायने में ‘एकजुट हम खड़े हैं’ को परिभाषित करता है।”
नई पंजीकरण श्रेणी और सरकार का सहयोग
Surge S32 को पंजीकृत करने के लिए हीरो मोटोकॉर्प ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के साथ मिलकर काम किया है। इसके लिए एक नई पंजीकरण श्रेणी ‘L2-5’ बनाई गई है, जो इसे दोपहिया और तिपहिया के बीच मॉड्यूलर वाहन के रूप में मान्यता देती है।
Surge S32: लॉन्च टाइमलाइन और उत्पादन क्षमता
सूत्रों के मुताबिक, Surge S32 का उत्पादन 2025 के मध्य तक शुरू हो सकता है। हीरो मोटोकॉर्प की योजना हर साल लगभग 10,000 यूनिट का उत्पादन करने की है।
क्यों है यह एक बड़ा कदम?
Surge S32 उन लोगों के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है, जो एक ही वाहन से डिलीवरी, परिवहन और व्यक्तिगत इस्तेमाल जैसे कई काम निपटाना चाहते हैं। यह वाहन न केवल उपयोग में लचीला है, बल्कि मॉड्यूलर डिज़ाइन के कारण किफायती और टिकाऊ विकल्प भी प्रदान करता है।
Surge S32 के साथ, हीरो मोटोकॉर्प ने भारतीय बाजार में इनोवेशन और जरूरतों के बीच एक नया संतुलन स्थापित किया है। अगर आप एक ऐसा वाहन चाहते हैं जो हर जरूरत के मुताबिक ढल सके, तो Surge S32 आपकी लिस्ट में जरूर होना चाहिए।
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